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हिना कौसर गोरखपुरी को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर मिला अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न सम्मान

हिना कौसर गोरखपुरी को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर मिला अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न सम्मान

हिना कौसर गोरखपुरी को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर मिला अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न सम्मान

लुंबिनी/भागलपुर, 5 अक्टूबर (ब्यूरो रिपोर्ट)।
शिक्षण को एक सहयोगी पेशे के रूप में पुनर्निर्धारित करें मूल नारे के साथ आज विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर मनाया गया। नेपाल की प्रसिद्ध संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गोरखपुर जिले की ख्याति प्राप्त युवा कवयित्री, लेखिका एवं शिक्षिका हिना कौसर गोरखपुरी को साहित्य सृजन तथा शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित किया गया है। आपको बताना चाहेंगे कि हिना कौसर की अब तक साझा संकलन की 25 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं एवं उनकी सैकड़ों रचनाएं देश विदेश की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। साहित्य सृजन तथा शिक्षा विकास के लिए उत्कृष्ट कार्य हेतु सैंकड़ो राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित सम्मान पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इसके साथ ही ये नव प्रज्ञा काव्य फाउंडेशन की ब्रांड एंबेसडर भी हैं। आज आयोजित की गई इस अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस कविता प्रतियोगिता में 2143 रचनाकारों की सहभागिता रही थी जिसमें उत्कृष्ट कविता के आधार पर 260 रचनाकारों को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न मानद उपाधि सम्मान तथा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा मित्र सम्मान से प्रशस्ति पत्र सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया है। हिना कौसर एक कवयित्री, लेखिका होने के साथ ही एक शिक्षिका भी हैं। आपको बताना चाहेंगे इन्होंने 2 साल तक मरियम कॉनवेंट स्कूल में पढ़ाया उसके बाद ये पार्वती डिजिटल ज़ोन में भी दो साल तक कार्यरत रहीं। इन्हें सम्मानित करते हुए संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने कहा – शब्द प्रतिभा द्वारा आयोजित आयोजनों में महिला प्रतिभाओं की सहभागिता पचास प्रतिशत रही है। हिना कौसर जैसी नारियां आज अपनी बहुमुखी प्रतिभा के बल पर देश विदेश में नाम रोशन कर रही हैं। संस्था बहुक्षेत्रीय प्रतिभाओं को नि:स्वार्थ भाव से प्रोत्साहित करती आई है। संस्था की ईमानदारिता और लगनशीलता से आज विश्व के एक दर्जन से अधिक देशों में अपनी पहचान बनाने में सफल रही है। हिना कौसर ने बताया कि आज अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर मुझे सम्मान मिलना वास्तव में मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है जो मेरे शिक्षक जीवन एवं साहित्य जीवन में बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस सम्मान को मैं अपने माता-पिता,भाई बहनों एवं सभी शुभ चिंतकों को समर्पित करती हूं।

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