बीपीएससी के मुद्दों को लेकर महागठबंधन से जुड़े छात्र-युवा संगठनों ने प्रतिरोध मार्च निकालकर मुख्यमंत्री का पूतला फूंकासुरेश कुमार राय

बीपीएससी के मुद्दों को लेकर महागठबंधन से जुड़े छात्र-युवा संगठनों ने प्रतिरोध मार्च निकालकर मुख्यमंत्री का पूतला फूंका
सुरेश कुमार राय
समस्तीपुर आपकी आवाज/आइसा, आरवाईए, एनएसयूआई, एसएफआई, डीवाईएफआई, छात्र-युवा राजद, युवा कांग्रेस, एआईएसएफ, एआईवाईएफ आदि महागठबंधन से जुड़े छात्र-युवा संगठनों द्वारा बीपीएससी का पुर्नपरीक्षा लेने, पेपर लीक पर रोक लगाने, पारदर्शी और कदाचारमुक्त प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने की ठोस नीति बनाने, पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज के दोषियों पर कारवाई करने, छात्रों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने आदि मांगों को लेकर समस्तीपुर स्टेडियम गोलंबर से प्रतिरोध मार्च निकाला। नारे लगाते हुए मार्च औवरब्रीज चौराहा पर पहुंचा, वही अनेताओं ने पत्रकारों से कहा मुख्यमंत्री आवास के घेराव के आह्वान पर राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे पर हाल ही में हुए ऐतिहासिक प्रदर्शन के दौरान छात्रों और युवाओं ने बिहार सरकार की तानाशाही और भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया था। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से बात करने के लिए तैयार नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि बीपीएससी परीक्षाओं में धांधली, पेपर लीक, और परीक्षा माफिया तंत्र सरकार की शह पर फल-फूल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र में मोदी सरकार छात्रों की मांगों को सुनने और उन पर कारवाई करने के बजाये अपनी कुर्सी बचाने में व्यस्त हैं।
आगे संगठनों ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार की चुप्पी इस बात का प्रमाण है कि वह भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई है। मुख्यमंत्री, जो खुद को सुशासन बाबू कहते हैं, अब भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलताओं को छिपाने के लिए पुलिस का दमनकारी चेहरा सामने ला रहे हैं। छात्र प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और जेल में डालकर उनकी आवाज दबाने की कोशिश हो रही है।
संगठनों ने मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार “डिजिटल इंडिया” और “युवा शक्ति” के खोखले नारे देकर बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा कर रही है। रोजगार के अवसर पैदा करने और भ्रष्टाचार खत्म करने के दावे केवल दिखावे तक सीमित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में हो रहे घोटालों और भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदे हुए हैं, क्योंकि वे राजनीतिक समीकरण साधने में लगे हैं। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुतला दहन करने के बाद प्रदर्शन को समाप्त किया गया।