
डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में मधेपुरा कॉलेज से तिरंगा यात्रा: देशभक्ति और एकता का अनोखा नजारा
डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में मधेपुरा कॉलेज से तिरंगा यात्रा: देशभक्ति और एकता का अनोखा नजारा
हमारे संघर्षों, त्याग और बलिदान का साक्षी है तिरंगा” वीसी डा. अशोक
डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में मधेपुरा कॉलेज से तिरंगा यात्रा: देशभक्ति और एकता का अनोखा नजारा
डॉ. अशोक कुमार, डॉ. पूनम यादव, मेजर डॉक्टर गौतम कुमार और डॉ. हर्ष वर्धन सिंह राठौर के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं ने लिया तिरंगा के सम्मान और राष्ट्रीय संकल्प का संकल्प
मधेपुरा।
17 बिहार बटालियन एनसीसी और मधेपुरा कॉलेज, मधेपुरा के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को कॉलेज परिसर स्थित बिंदेश्वरी सभागार से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय परिसर तक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा को रवाना करने का नेतृत्व श्री कृष्ण विश्वविद्यालय के कुलपति एवं मधेपुरा कॉलेज के संस्थापक प्रधानाचार्य डॉ. अशोक कुमार, मधेपुरा कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. पूनम यादव, एनसीसी पदाधिकारी मेजर डॉक्टर गौतम कुमार और विमेंस कॉलेज कौशल्याग्राम के सहायक प्राध्यापक डॉ. हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने संयुक्त रूप से किया।
यात्रा में एनसीसी कैडेट्स और छात्रों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। इस अवसर पर कैडेट्स भवेश, अंशु, सुनैना, मौसम, सपना, शिवम, राहुल, संजय, अंकेश, अन्नू, शिवम, सिम्पल, अमित रहमत, अमरजीत, आशु, इरविन, मनु सहित दर्जनों अन्य छात्र-छात्राएं शामिल थे।
“हमारे संघर्षों, त्याग और बलिदान का साक्षी है तिरंगा”
डॉ. अशोक कुमार ने यात्रा को रवाना करते हुए कहा कि तिरंगा हमारे देश के संघर्षों, त्याग और उपलब्धियों का प्रतीक है। यह यात्रा भारतीय नागरिकों में देशभक्ति की भावना को बढ़ाने और राष्ट्र के प्रति सम्मान का संदेश देने का महत्वपूर्ण माध्यम है।
उन्होंने तिरंगे की तीन पट्टियों का महत्व समझाया:
केसरिया: साहस और शक्ति का प्रतीक
सफेद: शांति और सत्य का प्रतीक, जिसमें धर्म चक्र समाहित है
हरी पट्टी: भूमि की पवित्रता और उर्वरता दर्शाती है
अशोक चक्र: जीवन की निरंतर गति और 24 गुणों का प्रतीक
राष्ट्रीयता और समाजिक जागरूकता का संदेश
प्रधानाचार्य डॉ. पूनम यादव ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा समाज के लोगों को तिरंगे के महत्व और स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजाद भारत के सफर से अवगत कराती है। उन्होंने हर घर तिरंगा और तिरंगा यात्रा जैसे अभियान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य नागरिकों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज लाने और गर्व के साथ फहराने के लिए प्रेरित करना है।
जन आंदोलन और उत्साहपूर्ण माहौल
एनसीसी पदाधिकारी मेजर डॉक्टर गौतम कुमार ने बताया कि यह अभियान अब जन आंदोलन बन चुका है। यात्रा पश्चिमी बायपास, कॉलेज चौक होते हुए विश्वविद्यालय परिसर तक पहुँची। छात्र-छात्राओं के हाथों में लहराते तिरंगे, वंदे मातरम, भारत माता की जय, झंडा ऊंचा रहे हमारा जैसे नारों से माहौल गगनभेदी और उत्साहपूर्ण बन गया।
मेजर गौतम कुमार ने कहा कि यह दर्शाता है कि 140 करोड़ देशवासी स्वतंत्र भारत को विकसित और सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए संकल्पित हैं, जिसका सपना असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने त्याग, तप और समर्पण से देखा था।
छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी
यात्रा में भवेश, अंशु, सुनैना, मौसम, सपना, शिवम, राहुल, संजय, अंकेश, अन्नू, शिवम, सिम्पल, अमित रहमत, अमरजीत, आशु, इरविन, मनु सहित दर्जनों एनसीसी कैडेट्स और आम छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। छात्राओं की सर्वाधिक भागीदारी ने इस तिरंगा यात्रा को और भी खास बना दिया।
समापन और राष्ट्रीय संदेश
तिरंगा यात्रा ने देशभक्ति, एकता और राष्ट्रीय सम्मान की भावना को छात्रों और नागरिकों में मजबूत किया। डॉ. अशोक कुमार और डॉ. पूनम यादव ने कहा कि यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि राष्ट्र के गौरव और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को जीवित रखने का अभियान है।