
लोकतंत्र की ढाल बने हाजी शकील सैफ़ी — दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता पर हमले को बताया लोकतंत्र की आत्मा पर वार
“यह सिर्फ़ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला नहीं, बल्कि संवैधानिक गरिमा पर सीधा प्रहार है” — सैफ़ी
सीएम बोलीं: कायराना हमला मेरे हौसले को और मज़बूत करेगा
नई दिल्ली।
वर्ल्ड पीस हार्मनी के चेयरमैन हाजी शकील सैफ़ी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले को “लोकतांत्रिक मर्यादाओं का गंभीर उल्लंघन” बताते हुए इसे लोकतंत्र की गरिमा पर सीधा हमला करार दिया। उन्होंने कहा
“यह सिर्फ़ एक व्यक्ति पर वार नहीं है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया, संवैधानिक संस्थाओं और जनता द्वारा प्रदत्त पद की गरिमा पर चोट है।”
सैफ़ी ने असहमति और हिंसा के फर्क को रेखांकित करते हुए कहा कि लोकतंत्र की आत्मा संवाद है, असम्मान और हमला नहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से सीएम रेखा गुप्ता को Z+ श्रेणी की सुरक्षा देने की मांग की और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील की।
सीएम गुप्ता का जवाब — “हमला कायराना, हौसला अटूट”
हमले के बाद सीएम रेखा गुप्ता ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा
“आज का हमला केवल मेरे ऊपर नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की सेवा और भलाई के हमारे संकल्प पर एक कायराना प्रयास है। लेकिन यह मेरे हौसले को तोड़ नहीं सकता।”
उन्होंने कहा कि सदमे के बाद अब वह बेहतर महसूस कर रही हैं और बहुत जल्द ही जनता के बीच पूरी ऊर्जा और समर्पण के साथ काम करती नज़र आएंगी।
संविधान बनाम हिंसा — सैफ़ी का सख़्त संदेश
अंत में हाजी शकील सैफ़ी ने कहा—
“मैं, हाजी शकील सैफ़ी, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के साथ पूरी मजबूती से खड़ा हूँ। उनका लोकतंत्र और जनकल्याण के प्रति समर्पण अनुकरणीय है। यह हमला केवल उन पर नहीं, बल्कि हमारी लोकतांत्रिक आत्मा पर वार है।”