
सिमरिया कल्पवास मेला में बाल रंग मंच के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गीत नृत्य से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध।
सिमरिया कल्पवास मेला में बाल रंग मंच के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गीत नृत्य से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध।
सिमरिया कल्पवास मेला में
बाल रंग मंच के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गीत नृत्य से दर्शक हुए मंत्रमुग्ध।

मुकेश झा के भजन ने किया भावविभोर।
अशोक पासवान राज्य प्रमुख आपकी आवाज ।
सिमरिया धाम में चल रहे राजकीय कल्पवास मेला में संस्कृति संध्या के आठवें सत्र में भजन,लोक गीत, एवं लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम द्वारा आये हुए श्रद्धालुओं ने खूब आनंद उठाया । बाल रंगमंच ,बरौनी,बेगूसराय के कलाकारों ने भजन और लोक गीत एवं लोक नृत्य की विभिन्न प्रस्तुतियों द्वारा दर्शकों को झूमाया।
कार्यक्रम के आरंभ में मुकेश झा जी द्वारा श्री राधे गोविन्दा मन भजलें हर का प्यारा नाम है एवं अन्य भजन गाकर तथा राधा के द्वारा “मेरो मन राम ही राम रटिहें।धन्य धन्य महिमा तोहार गंगा मैया हो,रामा रामा रटते-रटते बीती रे उमरियाँ, पहिले पहिले हम कईनी छठी मैया वर्त तोहार,जोड़े-जोड़े फलवा प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया ।
संगत कलाकार के रूप में ढोलक पर ओभर्सियल एवं रुपेश कुमार, तबला पर बबम कुमार ,कोरस में अमित ,पैड रंजीत , ऑर्गन पर वीरू ने बेहतरीन तालमेल किया।
भजन के उपरांत साक्षी कुमारी के निर्देशन एवं कुणाल कुमार के संयोजन में खुशी कुमारी,सिवांचल कुमारी,रुचि कुमारी,संस्कृति, सुहानी कुमारी,खुशी कुमारी,सोनाक्षी,एवं खुशी कुमारी द्वारा झिझिया लोक नृत्य एवं छठ के गीत पर मनोरम नृत्य प्रस्तुत किया गया। मंच व्यवस्था एवं संचालन में रामसुंदर गाँधी रहे।मौके पर मौजूद जिला प्रशासन बेगूसराय की ओर से जिला कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी ने सभी कलाकारों को अंग वस्त्र एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया गया।



