
नौवां जिला सम्मेलन स्टेशन रोड स्थित शहीद उदय शंकर भवन में!
नौवां जिला सम्मेलन स्टेशन रोड स्थित शहीद उदय शंकर भवन में!
नौवां जिला सम्मेलन स्टेशन रोड स्थित शहीद उदय शंकर भवन में!
अमरदीप नारायण प्रसाद
समस्तीपुर जनवादी लेखक संघ, समस्तीपुर जिला इकाई का नौवां जिला सम्मेलन स्टेशन रोड स्थित शहीद उदय शंकर भवन में संगठन के पूर्व जिला सचिव डॉ रामदेव महतो की स्मृति में सम्पन्न हो गया। दो सत्रों में सम्पन्न जिला सम्मेलन का पहला सत्र सांगठनिक था जबकि दूसरा सत्र विचार गोष्ठी का था। सांगठनिक सत्र में सर्वप्रथम कार्यकारी जिला सचिव डॉ अरुण अभिषेक द्वारा एक शोक प्रस्ताव पेश किया जिसमें पिछले सम्मेलन से लेकर अब तक गुज़र चुके लेखकों, कवियों, शायरों एवं बुद्धिजीवियों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। जिला अध्यक्ष शाह ज़फ़र इमाम की अध्यक्षता में सम्पन्न सांगठनिक सत्र का संचालन अरविंद कुमार दास ने किया जबकि स्वागत भाषण शंभू शरण यादव ने किया। सम्मेलन का उद्घाटन जनवादी लेखक संघ के राज्य सचिव कुमार विनीताभ ने किया । अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने विस्तार से आजादी के आंदोलन से लेकर अब तक लेखक संगठनों के महत्व और उनकी भूमिका की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि जनवादी लेखक संघ हिंदी उर्दू के लेखकों का एक ऐसा राष्ट्रीय संगठन है जो देश में तेजी से फैल रही फिराकपस्त और विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ इस मुल्क की गंगा जमुनी तहजीब और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा करते हुए उसे और अधिक मजबूत करने की जिम्मेदारी उठा रहा है। सम्मेलन को विभिन्न विरादराना संगठनों के नेताओं ने अभिनंदन किया जिसमें किसान सभा के जिला सचिव सत्य नारायण सिंह, सीआईटीयू के जिला अध्यक्ष रघुनाथ राय, खेतिहर मजदूर यूनियन के संयुक्त
सचिव दिनेश पासवान एवं सांस्कृतिक मोर्चा के जिला सचिव चन्देश्वर राय शामिल थे। जिला सचिव का प्रतिवेदन डॉ अरुण अभिषेक ने रखा। प्रतिवेदन पर कई सदस्यों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। अन्त में सचिव के प्रतिवेदन को सर्वसम्मति से स्वीकृत कर लिया गया। सांगठनिक सत्र के अंत में एक तीन सदस्यीय संरक्षक मंडल तथा 13 सदस्यीय जिला कमिटी का गठन किया गया। संरक्षक मंडल में डॉ तारकेश्वर पंडित, डॉ शशि भूषण कुमार शशि एवं नागेश्वर राय को को चुना गया जबकि शाह ज़फ़र इमाम को अध्यक्ष, कासिम सबा एवं डॉ श्याम कांत महतो को उपाध्यक्ष, डॉ अरुण अभिषेक को सचिव, अरविंद कुमार दास एवं शंभू शरण यादव को संयुक्त सचिव तथा सुरेश राम को कोषाध्यक्ष एवं शरफे आलम, डॉ बीडी सिंह,काबिश जमाली,अरविंद सत्यार्थी,मो.अयूब, पप्पू राय दानिश, प्रिय रंजन ठाकुर एवं मीना कुमारी को जिला कार्यकारिणी के लिए चुना गया। समापन भाषण जनवादी लेखक संघ के राज्य उपाध्यक्ष एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के हिन्दी के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ राजेन्द्र साह ने किया। उन्होंने जनवादी लेखक संघ के सदस्यों का आह्वान किया कि वे ऐसी रचनाओं का सृजन करें जो इस देश के मेहनतकश अवाम की जिन्दगी की बेहतरी के संघर्ष का हिस्सा बन सके। सम्मेलन में दर्जनों की संख्या में कवि, लेखकों, शायरों एवं बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया जिनमें डॉ कृष्ण कुमार सिन्हा,शरफे आलम,शमशाद आलम, सुरेंद्र कुमार राय,रहमत करीम , आनंदी राय एवं अयूब अंसार शामिल थे। दूसरे सत्र में “वर्तमान परिस्थिति में लेखकों की भूमिका” विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। संगठन के जिला डॉ अरुण अभिषेक ने विषय प्रवेश किया। इस सत्र भी का संचालन अरविंद कुमार दास ने किया जबकि अध्यक्षता जिला अध्यक्ष शाह ज़फ़र इमाम ने की। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ राजेन्द्र साह ने कहा कि वर्तमान समय बहुत चुनौतीपूर्ण है क्योंकि आजादी के आंदोलन के दौरान हासिल उपलब्धियों को समाप्त करने की दिशा में हमारे देश के हुक्मरान आगे बढ़ रहे हैं। पूंजी हमारे जीवन की निर्णायक शक्ति बन गई। तमाम मानवीय मूल्य तार-तार हो चुके हैं। ऐसी परिस्थिति में लेखकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे अमन भाईचारा एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा हेतु अपनी कलम का इस्तेमाल करें। विचार गोष्ठी को जनवादी लेखक संघ के राज्य सचिव कुमार विनीताभ, चर्चित कवि हरि नारायण सिंह हरि, पूर्व प्रधानाध्यापक राज कुमार राय राजेश ,अमलेन्दु कुमार, सुजीत कुमार,विनय कृष्ण, सुजीत कुमार, शमशाद आलम, शंकर प्रसाद साह, सुधीर कुमार देव सहित कई बुद्धिजीवियों ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में दर्जनों की संख्या में लेखकों, कवियों, शायरों एवं बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया।