
खेमराज मीना : “जहाँ सूचना सेवा नहीं, संवेदना बन जाती है”
खेमराज मीना : "जहाँ सूचना सेवा नहीं, संवेदना बन जाती है"
रेल का चेहरा – जो संवाद से चमकता है”
खेमराज मीना : “जहाँ सूचना सेवा नहीं, संवेदना बन जाती है”
राजेश निगम, इंदौर

रेल केवल पटरियों पर नहीं चलती — वह दिलों में भी चलती है।
पश्चिम रेलवे (रतलाम मंडल) के इंदौर क्षेत्र के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना इसी दिल की धड़कन हैं। वे रेलवे की जानकारी केवल साझा नहीं करते, बल्कि उसमें स्पष्टता और संवेदना जोड़ते हैं।
इंदौर स्टेशन पुनर्विकास के दौरान मीना जी ने जनता को हर बदलाव की सटीक जानकारी दी कहाँ : निर्माण होगा, कब असुविधा रहेगी और रेलवे क्या विकल्प दे रहा है। उनके पारदर्शी संवाद ने अफवाहों की जगह भरोसा कायम किया नीमच–बांसवाड़ा–दाहोद रेल लाइन को उन्होंने केवल परियोजना नहीं, बल्कि आर्थिक-सामाजिक विकास की नई राह बताया। संकट के क्षणों में, जैसे मालवा एक्सप्रेस की तकनीकी स्थिति, उन्होंने तुरंत सटीक जानकारी देकर यात्रियों में भरोसा बनाए रखा।
मीना जैसे अधिकारी यह साबित करते हैं कि रेलवे सिर्फ़ सफ़र नहीं, संवेदनाओं की यात्रा भी है। वे सचमुच जनता और रेल प्रशासन के बीच विश्वास का सेतु हैं और यही है संवाद की असली चमक।
*___राजेश निगम, इंदौर*
(प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश)
- भारतीय पत्रकार सुरक्षा परिषद

