बिहार एवं झारखंड

अब जमाबंदी पंजी भी सुरक्षित नहीं, भूस्वामी का नाम काटकर नया नाम जोड़ा, नये भूस्वामी दनादन बेच रहे जमीन-सुरेंद्र

अब जमाबंदी पंजी भी सुरक्षित नहीं, भूस्वामी का नाम काटकर नया नाम जोड़ा, नये भूस्वामी दनादन बेच रहे जमीन-सुरेंद्र

अब जमाबंदी पंजी भी सुरक्षित नहीं, भूस्वामी का नाम काटकर नया नाम जोड़ा, नये भूस्वामी दनादन बेच रहे जमीन-सुरेंद्र

अमरदीप नारायण प्रसाद

सुधार को लेकर अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे परिजन 24 सितंबर से अंचल पर करेंगे आमरण अनशन

ताजपुर अंचल कार्यालय भूमाफिया के कब्जे में- माले

ताजपुर/समस्तीपुर: अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि सबसे सुरक्षित समझा जाने वाले भू अभिलेख जमाबंदी पंजी भी सुरक्षित नहीं है। जमाबंदी पंजी में दर्ज भूस्वामी का नाम काटकर दूसरे का नाम जोड़कर जमीन की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है।
मामला शाहपुर बघौनी का मो० सालीम तौहीदी का है। इनके नाम से जमाबंदी पंजी पर जमाबंदी संख्या 75-76, रकबा करीब 18 एकड़ दर्ज था। भूस्वामी 2022 तक ऑनलाइन मालगुजारी रसीद भी कटा रहे थे। जब 2025 में पुनः रसीद कटाने गये तो ऑनलाइन में मो० सालीम तौहीदी के जगह मोहम्मद वगैरह पिता मो० महबुलहक दर्ज था। परेशान भूस्वामी के परिजन जब शक होने पर जमाबंदी पंजी का नकल निकाला तो भूस्वामी के नाम को घेर दिया गया और नीचे में जमीन का नया भूस्वामी दर्ज कर दिया और नये भूस्वामी दनादन जमीन बेचने भी लगे। परेशान परिजन सीओ आरती कुमारी, आरओ रोहन रंजन आदि से की बार मिलकर पंजी में सुधार करने की मांग की लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। मजबूर होकर परिजन 24 सितंबर से भाकपा माले के बैनर तले मो० मोखलिस तौहीदी, वसाम तौहीदी, शहबाज तौहीदी आदि के नेतृत्व में अंचल कार्यालय पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन आंदोलन शुरू करने की घोषणा करते हुए सीओ, बीडीओ को पत्र सौंप दिया।
अंचल कार्यालय पर पीड़ित परिजन का शिकायत सुनने के बाद भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, प्रखंड कमिटी सदस्य ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, मो० एजाज, मो० चांद, फैयाज तौहीदी, मिनहाजुलहक, नौशाद तौहीदी, मोनाजिर जमील आदि ने जमाबंदी पंजी में छेड़छाड़ पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए नाम हेराफेरी के दोषियों पर कारवाई करने, नाम सुधार करने, अंचल कार्यालय में व्याप्त लूट-भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग की है।
इस बाबत माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि अब सबसे सुरक्षित समझा जाने वाला भू-अभिलेख जमाबंदी पंजी (रजिस्टर टू) भी सुरक्षित नहीं है। यह आश्चर्यजनक मामला है। ऐसे में जमीन किसी का और दर्ज हो जाएगा किसी और के नाम से और बेच देगा कोई और। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कर भूस्वामी का नाम सुधार करने, हेराफेरी करने वाले कर्मचारी पर कारवाई करने एवं अंचल कार्यालय में व्याप्त लूट-भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग करते हुए पीड़ित भूस्वामी के परिजन द्वारा 24 सितंबर से अंचल कार्यालय पर आहुत अनिश्चितकालीन आमरण अनशन आंदोलन में सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की।

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