
पंचायत स्तरीय कर्मियों को पंचायत मुख्यालय में नियमित बैठने का आदेश छलावा सावित हो रहा है ।
पंचायत स्तरीय कर्मियों को पंचायत मुख्यालय में नियमित बैठने का आदेश छलावा सावित हो रहा है ।
पंचायत स्तरीय कर्मियों को पंचायत मुख्यालय में नियमित बैठने का आदेश छलावा सावित हो रहा है ।
सुनील आनंद

अंधराठाढी । मधुबनी । पंचायत स्तरीय कर्मियों को पंचायत मुख्यालय में नियमित रूप से बैठने का आदेश दिया गया है जो छलावा सावित हो रहा है । आदेश पंचायती राज विभाग द्वारा जारी किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य पंचायतों में कामकाज सुचारू रूप से चलाना और लोगों को सुविधाएँ उपलब्ध कराना है । मालूम हो कि प्रखंड में 18 पंचायत है । जिनमें कुछ ही पंचायत भवन तैयार है और कुछ का काम काज चल रहा है । लोग अभी भी प्रखंड कार्यालय में छोटी छोटी कामों को लेकर इधर उधर भटकते हुए दिखाई देते रहते हैं । वहीं आम लोगों का कहना है कि जब सरकार ने हरेक पंचायत में पंचायत भवन बनाने का आदेश दिया है तो वो कब पूरा होगा । छोटे-छोटे कामों को लेकर प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है । लोगों का ये भी कहना है कि जब पूर्णतः सभी पंचायत में पंचायत भवन निर्माण हो जाएगा तब हमलोगों को शायद वो सारी सुविधाएँ और जानकारी उपलब्ध हो सकेगी जिसके लिए हमलोग प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते हैं । वहीं बताते चलें कि सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है कि जिन पंचायतों में पंचायत सरकार भवन है, वहाँ राजस्व कर्मियों को आवश्यक उपकरण और एक निम्नवर्गीय लिपिक के साथ साथ एक प्रिंटर भी उपलब्ध कराया जाना था जो अभी फ़िलहाल मूल भूत सुविधा से वंचित है । जहां पंचायत सरकार भवन नहीं है, वहाँ राजस्व कर्मचारी को पंचायत कार्यालय में ही बैठना है ताकि लोगों को सुविधाएँ उपलब्ध हो सके । वहीं अंधरा उत्तर पंचायत की बात करें तो पंचायत भवन के लिए ज़मीन ही उपलब्ध नहीं हो पा रही है ।



