
फारबिसगंज के दलित टोले में राजद नेता अविनाश आनंद ने रोपनी करती महिलाओं से कहा — “तेजस्वी सरकार आई तो हर बहन को हर महीने मिलेगा ₹2500”
फारबिसगंज के दलित टोले में राजद नेता अविनाश आनंद ने रोपनी करती महिलाओं से कहा — “तेजस्वी सरकार आई तो हर बहन को हर महीने मिलेगा ₹2500”
धान के खेत में नेता का संवाद, औरतों के हक़ की आवाज़
फारबिसगंज के दलित टोले में राजद नेता अविनाश आनंद ने रोपनी करती महिलाओं से कहा — “तेजस्वी सरकार आई तो हर बहन को हर महीने मिलेगा ₹2500”
फारबिसगंज |
जहाँ आमतौर पर नेता रैली के मंच से बोलते हैं, वहाँ राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष मंडल अविनाश आनंद खेतों में घुस गए — औरतों के बीच, कीचड़ में, धान की पंक्तियों के साथ-साथ उम्मीद की बातें बोते हुए।
मंच नहीं,खेत की मेड़ थी,माइक नहीं, महिलाओं की हथेली पर रखे गए विश्वास थे
दलित टोले की महिलाएं धान रोप रहीं थीं, पसीना उनकी मांग में सिंदूर जैसा चमक रहा था। तभी वहाँ पहुंचे अविनाश आनंद और बोल पड़े: “जब तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे, तो आप हर महीने ₹2500 की हक़दार होंगी। अब खेत में रोपनी करें, लेकिन जीवन में बेबसी नहीं रोपें।”
माई-बहिन मान योजना: रोपनी करती औरतों के लिए आर्थिक खाद
राजद नेता ने फारबिसगंज के खेत-खलिहानों में घूम-घूम कर महिलाओं को बताया कि तेजस्वी यादव ने जो “माई-बहिन मान योजना” का संकल्प लिया है, वह कोई ख्याली पुलाव नहीं, बल्कि “गरीब की रसोई तक का राशन” है।
योजना के प्रमुख बिंदु:
✅ हर महिला को ₹2500 प्रतिमाह
✅ सामाजिक सुरक्षा पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1500
✅ हर घर को 200 यूनिट बिजली मुफ़्त
✅ ₹500 में रसोई गैस
✅ युवाओं को रोजगार, उद्योग व शिक्षा
✅ पलायन रोकने के लिए स्थानीय रोज़गार सृजन
राजनीति की असल ज़मीन – कीचड़ में घुसकर समझाया विकास का बीज
अविनाश आनंद ने कोई भाषण नहीं दिया, बस हाथ जोड़कर कहा:
> “हम खेत में इसलिए आए हैं, क्योंकि विकास वहीं से उगता है जहाँ पसीना गिरता है।”
महिलाएं बोलीं – अबकी बार, हमारी सरकार!
जब अविनाश आनंद ने योजनाओं की बातें बताईं, तो औरतें मुस्कुराईं।
एक अधेड़ महिला ने कहा:
> “अब तक सबने हमको वोट समझा, इस बार हम खुद को इंसान समझकर वोट देंगे।”
जमीनी नेता, ज़मीनी मुद्दे – तेजस्वी का विज़न खेतों तक पहुँचा
फारबिसगंज की माटी में इस दिन कुछ नया बोया गया – सिर्फ धान नहीं, भरोसा, सम्मान और सपने भी।
अब देखना है, कि जब चुनाव आएंगे तो इन खेतों से तेजस्वी की सत्ता की फसल उगेगी या नहीं।