
खेल, एस एन ए, वार्षिक उत्सव राशि का बजट सत्र के प्रारंभ में ही जारी किया जाए _गहलोत
खेल, एस एन ए, वार्षिक उत्सव राशि का बजट सत्र के प्रारंभ में ही जारी किया जाए _गहलोत
खेल, एस एन ए, वार्षिक उत्सव राशि का बजट सत्र के प्रारंभ में ही जारी किया जाए _गहलोत
शिवगंज(राजस्थान):-राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेंद्र गहलोत ने राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद आयुक्त अनुपमा जोरवाल को ज्ञापन भेज कर राजकीय विद्यालयों को विकास के लिए एस एन ए ,खेल बजट , वार्षिकोत्सव की राशि का बजट एक मुश्त सत्र के प्रारंभ में ही दिए जाने की मांग की है ।
राजस्थान शिक्षक संघ(प्रगतिशील)के जिला प्रवक्ता गुरुदीन वर्मा के अनुसार संघ (प्रगतिशील) की प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया है कि राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर से राजकीय विद्यालयों में व्यय स्टेशनरी, विद्युत व्यय,भवन मरमत ,रंग रोगन, दरी ,चौक, डस्टर इत्यादि आवश्यक सामग्री खरीदने के लिए नामांकन के आधार पर लगभग 75000 की राशि किस्तों में दी जाती है लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि पिछले वर्ष केवल दो माह की 6250 व 6250 की राशि ही कई विद्यालयों को प्राप्त शेष राशि 62 हजार 500 (दस माह) की एक मुश्त 29 मार्च 2025 को जारी हुई 30 मार्च 2025 को रविवार व 31 मार्च 2025 को ईद उल फितर का अवकाश होने के कारण शेष राशि 62500 का भुगतान अवकाश होने की कारण विद्यालयों द्वारा खर्च करना संभव नहीं हो पाया। जिसके कारण एस एन ए राशि का बजट ओवर लिमिट बात कर के 31 मार्च को ही लेप्स हो गया, जिससे विद्यालयों को बजट के अभाव में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा जो किसी भी स्थिति में न्यायोचित नहीं है। पिछले वर्ष बजट प्रशासनिक कारणों से बजट राशि लेप्स कि उन्हें इस वर्ष पुनः देकर के राजकीय विद्यालयों की स्थिति को सुधारने की तरह समसा को पहल करनी चाहिए ,साथ ही संगठन स्कूल शिक्षा परिषद से मांग करता है कि सत्र के प्रारंभ से 12 माह का एक मुश्त एस एन ए की राशि का बजट जारी कर विद्यालय विकास में गति दिलवाने में सहयोग की मांग की है साथ ही पिछले कई विद्यालयों में वार्षिक उत्सव की राशि भी टुकड़ों में देने से 5000 की राशि ही अग्रिम दी ,शेष राशि भी अवकाश के दिन 30 मार्च 2025 को रविवार को जमा कर दूसरे दिन वापस लेप्स किया जाना खेद जनक स्थिति को प्रकट करता है इस तरह बजट के नाम पर आंख मिचौली का खेल खेला गया है जो किसी भी स्थिति में न्यायोचित नहीं है ।
गहलोत ने एस एन ए, वार्षिक उत्सव ,खेल बजट ,सहित समस्त बजट का एक मुश्त सत्र के प्रारंभ में ही बजट छात्र व विद्यालय हित में जारी करने की मांग की है।