
प्रधानाचार्य डॉ. माधवेंद्र झा के नेतृत्व में यूवीके कॉलेज कड़ामा से नशामुक्ति अभियान का श्रीगणेश
प्रधानाचार्य डॉ. माधवेंद्र झा के नेतृत्व में यूवीके कॉलेज कड़ामा से नशामुक्ति अभियान का श्रीगणेश
प्रधानाचार्य डॉ. माधवेंद्र झा के नेतृत्व में यूवीके कॉलेज कड़ामा से नशामुक्ति अभियान का श्रीगणेश
AICTE और यू वी के कॉलेज कड़ामा, आलमनगर के संयुक्त तत्वावधान में चला जागरूकता शिविर, छात्रों ने लिया नशामुक्त समाज का संकल्प
आलमनगर/मधेपुरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत, समृद्ध भारत और नशामुक्त भारत के संकल्प को धरातल पर उतारने की दिशा में बुधवार को यूवीके कॉलेज कड़ामा, आलमनगर में नशामुक्ति अभियान का औपचारिक श्रीगणेश हुआ। यह कार्यक्रम AICTE (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद), भारत सरकार एवं युवक कॉलेज कड़ामा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
डॉ. माधवेंद्र झा की अध्यक्षता में संकल्प का माहौल
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. माधवेंद्र झा की अध्यक्षता में आयोजित इस विशेष जागरूकता शिविर में कॉलेज के अधिकारी, शिक्षक, टीम लीडर छात्र-छात्राएं और सैकड़ों युवा शामिल हुए।
प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में कहा — “नशे से मुक्त भारत केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है, जिसे हम सबको मिलकर निभाना है।”
उन्होंने सभी टीम लीडरों और छात्रों से आग्रह किया कि वे गांवों, कस्बों और स्थानीय शहरों में घर-घर जाकर लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताएं और उन्हें इस बुराई से दूर रहने का संकल्प दिलाएं।
राष्ट्रीय अभियान में कॉलेज की अहम भूमिका
AICTE को इस राष्ट्रीय नशामुक्ति अभियान का नेतृत्व करने का दायित्व मिला है, जबकि भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाला यू वी के कॉलेज कड़ामा को जिले में इस अभियान को प्रमुखता से चलाने का आदेश दिया गया है।
कार्यक्रम का डिजिटल संचालन और संगठन
कार्यक्रम का संचालन डिजिटल मोड में सीईओ डॉ. सिप्पू कुमार और डॉ. मुदस्सर सिद्दकी ने किया।
अभियान की रूपरेखा प्रेमनाथ आचार्य (कार्यक्रम पदाधिकारी एवं जिला नोडल पदाधिकारी) ने प्रस्तुत की। आयोजन और संचालन में डॉ. चंद्रशेखर मिश्रा, अमरेंद्र कुमार झा और अभिनव कुमार उर्फ सन्नी की अहम भूमिका रही।
दो चरणों में अभियान की रणनीति
इस मौके पर उपस्थित सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने नशामुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लिया।
1. प्रथम चरण: पूरे क्षेत्र में जागरूकता अभियान — घर-घर, बाजार और सार्वजनिक स्थलों पर नशा विरोधी संदेश।
2. द्वितीय चरण: नशे के आदी युवाओं को नशामुक्ति केंद्र ले जाकर उनका पुनर्वास और उपचार।
मुख्य वक्ता और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम को प्रेमनाथ आचार्य, डॉ. चंद्रशेखर मिश्रा, अमरेंद्र कुमार झा, किशोर कुमार झा, वीरेंद्र कुमार मिश्रा और विरन कुमारी ने संबोधित किया।
समापन पर प्रधानाचार्य डॉ. माधवेंद्र झा ने AICTE के प्रमुख को धन्यवाद देते हुए कहा —
“यह अभियान न केवल युवाओं को नशे से दूर करेगा, बल्कि एक स्वस्थ, जागरूक और प्रगतिशील समाज की नींव रखेगा।”